राम कथा मे महामहिम राज्यपाल
[विश्व शांति और जन कल्याण के लिए अयोजित श्री रामचरित मानस कथा के तृतीय दिवस कथा व्यास साध्वी विश्वेश्वरी देवी ने भगवान शिव और सती का प्रसंग श्रवण कराते हुए कहा कि अभिमान विनाश का कारण बनता है और यही दक्ष के विनाश का कारण बना कथा व्यास ने कहा कि प्रभु की लीला प्रभु ही जानते हैं वे वनवासी बनकर वन वन भटकते है और कभी शबरी के झूठे बेर खा कर भक्त का मान बढाते है। कथा के मध्य कथा व्यास  राजा हिमाचल और मैना रानी के यँहा  पार्वती के जन की कथा सुनाते हुए वर्तमान समय में कन्या भ्रूण हत्या को महा पाप बताते हुए बेटीयो की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए बेटीयो के संरक्षण का आह्वान उन्हों ने कहा कि सही मार्ग दिखाने वाला ही गुरु है और पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने का मार्ग दिखाने वाले महार्षि नारद को गुरु मान कर शिव को प्राप्त करने के लिए तपस्या प्रारंभ की और शिव को पति रूप में प्राप्त किया, कथा के मध्य भगवान शिव के विवाह और भगवान राम के जन्म का आनंद प्रदान करने वाला प्रसंग श्रवण कराया कथा के मध्य उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ,हंस फाउंडेशन की अध्यक्ष मंगला माता और भोले जी महाराज का आगमन हुआ जिनका स्वागत कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, कथा समिति के संरक्षक महंत रूपेन्द्र प्रकाश, अध्यक्ष जगदीश लाल पाहवा, संयोजक अनिल कुमार, मुकेश कौशिक, संजय अग्रवाल, नरेश शर्मा, आदि ने किया।


कैैैबिनेट मंत्री  मदन कौशिक ने स्वागत करते हुए कहा कि राज्यपाल जी ने कथा मे एक घंटे से अधिक रूकर भगवान राम के प्रति श्रद्धा भाव प्रकट कर आयोजन समिति को अनुग्रहित किया हैं इस अवसर पर म0म0 स्वामी प्रेमा नन्द, स्वामी विवेकानन्द   और आध्यात्मिक विभूतियां मंगला माता और भोले जी महाराज हमारे बीच पधारे है हम हृदय से आभार प्रकट करत ेहै इस अवसर पर मंगला माता ने कहा कि  राम कथा ओ के माध्यम से  ही कन्याओ की रक्षा हो सकती है मोनिका  सैनी, अन्नू कक्कड,  सपना शर्मा, पिंकी चौधरी, आलोक शर्मा, मुकेश कौशिक ने भोला जी महाराज का माल्यार्पण कर स्वागतम किया  राज्यपाल बेेबीरानी मौर्य ने कहा कि  राम कथा आनंदमय है जिसके श्रवण मात्र से ही कल्याण सम्भव है 
राम कथा कल्याणकारी हैं इसे श्रवण कर जीवन में उतारने की आवश्यकता है लेकिन हमारा समाज महिलाओं का सम्मान करना भूल चुका हैं उन्हों ने महिलाओं की दशा पर अपनी पीडा प्रकट करते हुए आध्यात्मिक जगत से समाज को जाग्रत करने का आग्रह किया।उन्हों ने आरती में प्रतिभाग किया।" alt="" aria-hidden="true" />